कृषि विज्ञान केंद्र, पाली पर फसलों नवीनतम किस्मों पर किसान दिवस का आयोजन
कृषि विज्ञान केंद्र, काजरी, पाली पर आज 23 दिसंबर, 2018 को रबी फसलों पर एक दिवसीय किसान दिवस का आयोजन किया गया जिसमे कृषकों को रबी फसलों की उन्नत तकनीक से अवगत कराया गया। इस अवसर पर केविके अध्यक्ष डॉ. धीरज सिंह ने विभिन्न गांवों से आये प्रगतिशील कृषकों को सलाह दी कि खेती में आज के बदलते परिवेश में खेती की छोटी-छोटी तकनीक को अगर खेत में समय पर लागु किया जाये तो लागत को कम करते हुए उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है और छोटी-छोटी तकनीक के मंदिर हैं ऐसे के.वी.के. केंद्र। के.वी.के. के फार्म पर आपको फसलों की उन्नत किस्में देखने को मिलेंगी वही छोटे मसाला वाली फसलों को लाइनों में कैसे बुवाई की जाए तथा इसके क्या फायदे होंगे, देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहाँ फार्म पर केंचुआ खाद बनाने का साधारण सरल तरीका देख कर कृषक सीख सकते हैं तो कम पानी व कम मेहनत में अच्छा उत्पादन देने वाली बेर की विभिन्न किस्मों के बगीचे भी देखकर अपनाये जा सकते हैं। डॉ. धीरज सिंह ने कम पानी चाहने वाली फसलों जैसे जीरा, सौंफ, अजवाइन, सरसों, मेथी, चने आदि फसलों में समय पर सिंचाई व पौध संरक्षण अपनाने की सलाह दी। अतः कृषि विज्ञान केंद्र पर आने वाले समय में कम पानी में इन फसलों के प्रदर्शन को देखा जा सकता है।
कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. महेंद्र चैधरी ने कहा कि कृषकों को फसलों की बुवाई सीडड्रिल से करनी चाहिए ताकि खेत में खड़ी फसल में निराई-गुडाई आसानी से की जा सके तथा खेत में आवश्यकतानुसार पौध संख्या रख कर मनचाहा उत्पाद प्राप्त किया जा सकता है। इस अवसर पर किसानों ने केविके फार्म पर सरसों की नवीनतम उन्नत किस्में डी आर एम आर आई जे 31, डी आर एम आर 150-35 तथा सी एस एस आर आई करनाल की लवणीय मिटटी और पानी के लिए नवीनतम सरसों की किस्म सी एस 58 तथा गेहूं की के आर एल 210 फसल की बढ़वार, शाखाएं तथा फुटान आदि को किसानों ने सराहा। किसान दिवस में जिले के 90 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया।