काजरी कृषि विज्ञान केंद्र, पाली पर दिनांक 26 मार्च 2018 को जिला स्तरीय किसान मेले का आत्मा, कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए पाली विधायक श्री ज्ञानचंद पारेख ने कहा कि किसानों के लिये लाभकारी योजना प्रधानमंत्री बीमा योजना, उजाला योजना, मृदा स्वास्थ्य योजना और बाढ़ राहत योजना के बारे में विस्तार से बताया कि ग्रामीणों को सरकार की सभी योजनाओं का भरपूर फायदा उठाना चाहिये। उन्होनें कहा जहाँ भी लगता है कि हमें योजनाओं का लाभ/जानकारी नहीं मिल रही है वे जनहित प्रतिनिधियों से मिले ताकि उनकी समस्याओं का समय पर निराकरण कर लाभान्वित किया जा सके। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री महेन्द्र बोहरा, अध्यक्ष, नगर परिषद, पाली ने जिले में गायों के चारे के लिये काजरी के साथ मिलकर एक योजना बनने पर जोर दिया ताकि बेसहारा/विकलांग गायों के चारे की समस्या का समाधान धामन या बहुवर्षीय चारा नेपियर घास के समन्वय से स्थायी समाधान किया जा सके।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ. ओ.पी. यादव, निदेशक, काजरी, जोधपुर ने किसानों से आग्रह किया कि वे मेला स्थल पर केविके फार्म पर अपनाई जा रही विशिष्ट तकनीकी, बूंद बूंद पर फसल, सब्जी, फल, बहुवर्षीय नेपिएर घास तथा अतिरिक्त आमदनी के लिये खेत की सीमा पर कुमट के पौधे 4-4 मीटर के दूरी पर लगाएं जिससे किसान को फसल के साथ बिना अतिरिक्त संसाधनों के स्थायी रूप से प्रतिवर्ष दो से चार हजार रूपये की आमदनी कुमट के गोंद के रूप में प्राप्त होगी।
इस अवसर पर डॉ. यादव ने कृषि विज्ञान केंद्र तथा कृषि विभाग, परियोजना निदेशक, आत्मा की सराहना की उन्होंने जिले के मेेले में पधारे लगभग 1800 किसानों को नवीनतम तकनीकी से अवगत कराया जिससे किसान देख कर सीख सकें। डॉ. यादव ने इसी उद्दे‘य को धयान में रखकर कहा कि आप अपने गाँव में जाकर केविके के नवाचार यानि उन्नत तकनीक को अपने आस-पास दो-चार किसानों को बताएं और कराएँ ताकि आपके यहाँ आने का उद्देश्य सफल हो सके।
संयुक्त निदेशक, कृषि, जालोर खंड श्री वी.आर. सोलंकी ने किसानों से आग्रह किया कि वो नवीनतम तकनीकी अपनाएं लेकिन खेत व बाजार का सामंजस्य बनाये रखें ताकि अपनी उपज का अच्छा बाजार मूल्य प्राप्त कर सकें।
उप निदेशक एवं परियोजना निदेशक, आत्मा श्री जीतेन्द्र सिंह शक्तावत ने विभागीय योजनाओं की विस्तृत चर्चा की तथा आव्हान किया कि किसान अधिक से अधिक संख्या में विभागीय योजनाओं का लाभ उठायें। उन्होनें जिले से आये कृषक एवं कृषक महिलाओं को धन्यवाद दिया तथा निदेशक, काजरी डॉ. यादव को अपनी वैज्ञानिक टीम के साथ मेले में उपस्थित होने के लिये आभार व्यक्त किया।
इस मेले का मुख्य आकर्षण किसान-वैज्ञानिक संवाद, विभिन्न प्रदर्शनियां, विभिन्न विभागों के साथ क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, पाली एवं काजरी, जोधपुर से पधारे वैज्ञानिक और अधिकारियों ने मेले में भाग लिया और किसानों की समस्याओं का समाधान किया। मेले में लगभग 50 प्रदर्शनियों ने भाग लिया और किसानों को नवाचार के बारे में बताया। किसानों ने केविके फार्म पर फसलों के उन्नत किस्म के प्रदर्शनों का भी भ्रमण किया।