काजरी, कृषि विज्ञान केन्द्र, पाली में कृषक वैज्ञानिक संवाद एवं कृषि में एग्री ड्रोन के उपयोग पर विधि प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित विभिन्न फसलों की 109 जैव संवर्धित एवं जलवायु अनुकूल किस्मों को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा देश को समर्पित किए जाने के अवसर पर 11 अगस्त 2024 को काजरीए कृषि विज्ञान केन्द्रए पाली द्वारा एक दिवसीय कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस अवसर पर उपस्थित किसानों को नवविकसित किस्मों की विशेषताएं बतायी गई तथा कृषि को और अधिक लाभप्रद एवं आकर्षक उद्यम बनाने के लिए ईफको के सहयोग से एग्री ड्रोन द्वारा नैनो यूरिया के छिड़काव पर विधि प्रदर्शन किया गया ।
कार्यक्रम के आरंभ में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख डॉ. मनोज कुमार ने किसानों को आज के कार्यक्रम तथा जिले में कृषि विकास हेतु कृषि विज्ञान केंद्र की भूमिका तथा केंद्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया ।
डॉ अरविन्द सिंह तेतरवाल, पादप संरक्षण विशेषज्ञ ने खरीफ ऋतु में मूंगए तिलए बाजराए कपास इत्यादि फसलों में समेकित कीट व रोग प्रबंधन पर व्याख्यान दिया तथा साथ ही प्राकृतिक खेती के मुख्य घटक जीवामृतए बीजामृतए नीमास्त्र आदि बनाने एवं उपयोग की विधि के बारे में प्रस्तुति दी।
ईफको के प्रतिनिधि श्री राहुल चौधरी ने कृषि में लागत घटाने के लिए नैनो यूरिया के फायदे तथा इसकी उपयोग विधि बताई ।
श्री झाबरमल तेतरवाल, पशुपालन विशेषज्ञ ने वर्मीकम्पोस्ट के उपयोग तथा बहुवर्षीय चारे की खेती के बारे में किसानों को जानकारी दी ।
तत्पश्चात काजरी जोधपुर के वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी डॉ. सौरभ जाखड़ ने कृषि में ड्रोन के उपयोग की वर्तमान स्थिति एवं भविष्य की संभावनाओं के बारे में अवगत कराया तथा कृषि विज्ञान केंद्र में उपलब्ध कृषि ड्रोन द्वारा नैनो यूरिया छिड़काव का प्रदर्शन किया ।
श्री मनोज कुमार, एसआरएफ तथा श्री अमित मुद्गल, सर्वमंगल ग्रामीण विकास संस्थान (आईटीसी-एमएसके), पाली ने आगंतुक किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र पर स्थापित विभिन्न प्रदर्शन ईकाइयों का भ्रमण कराया ।
कार्यक्रम में जिले के गाजनगढ़, केरला, धोलेरिया जागीर, बस्सी, बलदों की ढाणी, आदि गाँवों से 50 किसानों ने भाग लिया । कार्यक्रम का समापन श्री प्रवीण तोमर, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी द्वारा सभी उपस्थित जनों के धन्यवाद से हुआ ।